चुनावी शंखनाद : वर्ष 2024 क’ आम चुनावक तैयारी जोर पकड़ने जा रहल अछि, आ संगे-संग सब पार्टीक बीच आरोप-प्रत्यारोप सेहो बढ़ल जा रहल अछि। प्रधानमंत्री जी केँ एकटा गप “अबकी बार 400 पार” पर सम्पूर्ण भारतवर्ष मे राजनीतिक पार्टी परेशान भ’ गेल अछि। इ अबकी बार 400 पार कोना होयत ओकर जोर – घटाव करक चाही, ताहि पर ध्यान नै दय क’ सब पार्टी ई वी एम् केँ पाछा परल अछि। मोदी जी एक तरफ अपन 400 पार केँ जोगार मे लागल छथि, लेकिन क्षेत्रीय पार्टी अपन-अपन क्षेत्र मे कांग्रेस के पछाड़ै मे लागल अछि। कोनो राज्य एहन नहि अछि जाहि मे क्षेत्रीय पार्टी आ कांग्रेसक बीच सीटक लेल उठा – पटक नहि भेल, एहि सँ मतदाता लोकैन केँ समक्ष प्रश्न चिन्ह आबि गेल जे आगा की होयत। चाहे बिहार हो उत्तर प्रदेश हो या बंगाल हो या अन्य राज्य हो सब जगह क्षेत्रीय दल जाहि जगह जे पार्टीक बर्चस्व अछि ओ ओहि जगह अपन हिस्सेदारी ज्यादा राखलक, एकर प्रभाव देश के राजनीति पर परत आ धीरे धीरे क्षेत्रीय दल मजबूत होइत जायत आ कांग्रेस धीरे धीरे कमजोर होइत जा रहल अछि। कांग्रेस केँ कमजोर भेला सँ कतौ न कतौ भारतीय राजनीति मे असर भेल अछि।
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