लहरि रूम (रांची ) : पश्चिम बंगाल सरकार दोसर राज्य मे आलू केँ आपूर्ति पर रोक लगा देलक अछि। एकर सबस पैघ असर झारखंड केँ बाजार पर पड़ल अछि। एहि ठाम आलू केँ दाम पांच सँ दस टका बढि गेल अछि। आलू पर एहि तरहक राजनीति केँ असर उत्तर प्रदेश,बंगाल, बिहार, झारखंड,ओडिशा आओर असम केँ जनता पर पड़ल अछि।

पश्चिम बंगाल सरकार पांच दिन पहिने आलू केँ राज्य स्तरीय बाजार मे निर्यात पर असरि लगा देने छल । एकर बाद बंगाल सँ झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार आ अन्य राज्य आलू ल जा रहल गाड़ी केँ चेक पोस्ट पर रोकल गेल। झारखंड केँ पूर्वी सिंहभूम जिला केँ बंगाल सीमा पर स्थित डिबुडीह चेक पोस्ट पर पिछला पांच दिन मे आलू सँ लदल 200 सँ बेसी ट्रक केँ रोकल गेल। सीमा पर एखनो बहुत रास ट्रक ठाढ़ अछि, जखन कि बहुत रास ट्रक पर लदल आलू केँ वापस कोल्ड स्टोरेज मे या पश्चिम बंगाल मे थोक व्यापारी केँ पठा देल गेल अछि। खबर अछि जे पश्चिम बंगाल मे आलू केँ दाम पर नियंत्रण केँ लेल ओतय केँ सरकार 27 नवंबर केँ निर्देश जारी क’ दोसर राज्य मे आलू केँ आपूर्ति पर रोक लगा देलक अछि। एहि ठाम झारखंड केँ सीएम हेमंत सोरेन कहला जे पश्चिम बंगाल केँ मुख्य सचिव आश्वासन देलथि अछि जे जल्द एकटा समिति केँ गठन कैल जाएत आ आलू केँ आपूर्ति सँ जुड़ल मुद्दा पर फैसला होएत। बता दी जे झारखंड आ बंगाल राज्य केँ बीच सब्जी केँ फसल केँ पैघ पैमाना पर खरीद-बिक्री भ’ रहल अछि। पश्चिम बंगाल सँ झारखंड मे आलू केँ मांगक पूर्ति 60 प्रतिशत साल भरि मे पूरा होइत अछि, जखन कि बाकी केँ उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश आ स्थानीय स्तर पर पूरा कैल जाइत अछि।
दोसर दिस झारखण्ड सरकार केँ द्वारा झारखण्ड केँ रियल स्टेट व्यवसाय मे बालू केँ मांगक पूर्ति पर कोनो ध्यान नहि देल जा रहल अछि। पिछला पांच वर्ष मे बालू केँ आपूर्ति मे हाहाकार मचल अछि। बालू सप्लाई केँ आपूर्ति केँ चुनावी मुद्दा झारखण्ड विधानसभा चुनाव 2024 भारतीय जनता पार्टी सेहो मुख्य रूप सँ बनेने छल। मुदा एहि सब मुद्दा जय राम महतो केँ पार्टी केँ आबि क’ राजनीतिक खेल बिगड़ी गेल।
आब झारखण्ड सरकार केँ मुखिया केँ आलू आ बालू केँ आपूर्ति पर कोनो ठोस निर्णय लेबय परतनि।