नई दिल्ली/ कांग्रेस सोमदिन मोदी सरकार पर तीखा हमला केलक। कांग्रेस मोदी सरकारपर ‘क्रोनी कैपिटलिज्मक’ आरोप लगबैत कहलक जे कम्पनीसभकेँ विस्तार करबाक चाही, मुदा सङ्गहि ई सरकारक जिम्मेदारी छल जे ई सुनिश्चित कयल जाय जे कोनो कंपनी द्वारा एकाधिकार नहि बनाओल जाय आ ककरो सत्तातक पहुँचक अनुचित लाभ नहि भेटय।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश इहो आरोप लगओलनि जे प्रधानमंत्री मोदीक देखरेखमे बजारक एकाग्रता लगातार बढ़ि रहल अछि आ दूरसंचार, विमानन, सीमेंट, इस्पात आ टायर सन प्रमुख उद्योगमे नव ऊँचाइ पर पहुँचि गेल अछि।
ओ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म श्एक्सश् पर एकटा समाचार रिपोर्ट साझा कयलनि जाहिमे दावा कयल गेल छल जे भारतक प्रमुख उद्योगसभमे बजारक एकाग्रता लगातार बढ़ैत रहल, कियैक तँ शीर्ष कम्पनीसभ २०२३-२४मे वृद्धि वा अधिग्रहणक माध्यमसँ व्यवसायक पैघ हिस्सा प्राप्त कयलक।
ष्क्रोनी पूंजीवाद एकटा गैर-जैविक प्रधानमंत्रीक मूल आर्थिक नीति छैक। मोदी जीक देखरेखमे बजारक एकाग्रता लगातार बढ़ि रहल अछि आ दूरसंचार, विमानन, सीमेंट, इस्पात आ टायर सन प्रमुख उद्योगमे ई नव ऊँचाइ पर पहुँचि गेल अछि।
ष्पछिला दू सालमे सभ उद्योगमे शीर्ष दूटा कम्पनीक राजस्वक हिस्सेदारी बढ़ल अछि। भारतक अधिकांश उद्योग या तँ मध्यम वा अत्यधिक केन्द्रित अछि।
प्रसिद्ध वित्तीय अर्थशास्त्री आ रिजर्व बैंकक पूर्व डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य द्वारा स्थापित रमेशक अनुसार, अदानी समूह सहित पाँचटा पैघ समूह एहन ४० क्षेत्रपर एकाधिकार बना रहल अछि।
ष्कंपनी के विस्तार होए के चाही। लेकिन, संगहि सरकारक जिम्मेदारी छैक जे ई सुनिश्चित करय जे प्रतिस्पर्धाकेँ दबा नहि देल जाय, अल्पाधिकार वा एकाधिकार नहि उभरि आओ, अधिग्रहण स्वतंत्र आ निष्पक्ष हो, आ सत्ताक पहुँच अनुचित लाभ नहि दैत हो।