नयी दिल्ली/ वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसदक संयुक्त समिति के विचार-विमर्श के पृष्ठभूमि मे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह बुध दिन कांग्रेस पर तीखा जुवानी हमला केलथि। ओ कहलथि जे कांग्रेसक सरकारक काल मे संसदक समिति केवल ठप्पा लगबैक काज करैत छल, मुदा आई ओ लोकतांत्रिक तरीका सँ चर्चा कऽ परिवर्तन करैत अछि।
लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 पर चर्चा आ पारित करबाक लेल प्रस्तुत कएल गेल बिल पर आरएसपीक सांसद एन के प्रेमचंद्रन ने दावा केलथि जे विधेयक में संसदक संयुक्त समिति केर प्रावधान समाहित कएल गेल अछि जे नियम आ प्रक्रियासभक अनुरूप नहि अछि। ओ दावा केलथि जे समिति अधिकार सँ परे जा कऽ प्रावधान जोड़ल गेल अछि आ ई एकटा बहुत गंभीर तकनीकी मामला अछि।
प्रेमचंद्रनक उत्तर मे केन्द्रीय गृहमंत्री शाह कहलनि जे भारत सरकारक मंत्रिमंडल पहिलका बेर एहि संबंध मे एकटा विधेयक के मंजूरी देल गेल छल, जे पूर्व मे सदनक समक्ष राखल गेल छल। ओ कहला, ‘‘विधेयक संयुक्त संसदीय समिति के पठाओल गेल, जाहि लेल विपक्ष सेहो आग्रह कएलक। समिति एहि पर सुविचारित रूप सँ अपन मत प्रकट कएल। हुनकर सुझाव अनुसार विधेयक के पुनरू मंत्रिमंडलक समक्ष पठाओल गेल।’’
शाह कहलनि जे संसदीय समिति के सुझाव सभकें मंत्रिमंडल स्वीकार कएल आ ओहि के संशोधनक रूप में अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रीजीजू आई सदन में ल’ कए आए छथि। गृह मंत्री कांग्रेसकें आलोचना करैत कहलनि, ‘‘अहाँकें आग्रह छल जे जेपीसी बने। समिति केँ यदि कोनो बदलाव नहि कर’ कऽ छल त’ की फायदा। ई कांग्रेसक सरकार केर समय जकां समिति नहि अछि, ई एकटा लोकतांत्रिक समिति अछि जे मंथन कऽ क‘ बिल तैयार कैलक अछि।’’