लहरि रूम (रांची) : सब सँ पैघ प्रश्न :- मोदी सरकार दुनू सदन मे एहि संशोधन कए कोना पारित कराओत, किया कि विपक्ष एकर कड़ा विरोध मे अछि। सरकार अपन मंत्री कए विपक्ष स गप करबाक विशेष जिम्मेदारी देलक अछि। आशा करबाक चाही जे धीरे-धीरे अधिकांश दल आ नेताक सहमति भेटत। राजनीति देश आ जनता के हित मे होबाक चाही आ एकर पाछु इएह मूल उद्देश्य अछि।

‘एक देश, एक चुनाव’ केँ 129म संविधान (संशोधन) विधेयक मंगलदिन लोकसभा मे पेश कयल गेल। एहि विधेयक लेल पहिने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग भेल। किछु सांसद केँ आपत्ति केँ बाद फेर सँ मतदान मे संशोधन करय लेल पर्ची सँ मतदान भेल।

एहि विधेयक केँ पेश करबाक पक्ष मे 269 आ विरोध मे 198 वोट पड़ल। एकर बाद केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल एकरा सदन मे प्रस्तुत कयलनि । अमित शाह सदन मे कहला जे जखन इ विधेयक मंत्रिमंडल मे आयल त’ प्रधानमंत्री मोदी कहला जे एकरा संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) मे पठा देल जाए। कानून मंत्री एहन प्रस्ताव द’ सकैत छथि।
सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव कहलनि जे, एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक भाजपा द्वारा देश मे तानाशाही अनबाक प्रयास अछि!
मीडिया रिपोर्ट केँ अनुसार भाजपा लोकसभा मे एक देश-एक चुनाव विधेयक पेश करैत पार्टी केँ 20 अनुपस्थित सांसद केँ पठौलक अछि। पार्टी हुनका सभ केँ सदन मे उपस्थित रहबाक लेल तीन लाइन केँ व्हिप जारी केने छल।
