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Friday, August 22, 2025
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Homeटटका खबरिजनसांख्यिकी परिवर्तनसँ इनकार करबा पर भाजपा आपत्ति जतैतक, स्पीकरकें न्यायालयक देलैलक याद

जनसांख्यिकी परिवर्तनसँ इनकार करबा पर भाजपा आपत्ति जतैतक, स्पीकरकें न्यायालयक देलैलक याद

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रांची/ भारतीय जनता पार्टी आई विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतोक जनसांख्यिकी बदलबासँ मना करबाक वक्तव्यक लेल आलोचना कयलक। भाजपाक प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव कहलनि जे जनसांख्यिकी परिवर्तनक मामिला एखन उच्च न्यायालयमे विचाराधीन अछि।

शाहदेव कहलखिन, उच्च न्यायालय छह सीमावर्ती जिलाक उपायुक्तसभकेँ एहि मुद्दा पर हलफनामा दाखिल करय लेल कहलक अछि, जाहिमे ई निर्दिष्ट कयल गेल अछि जे हुनकर जिलामे कतेक घुसपैठिया रहैत छथि आ हुनका कोना बेदखल कयल जाय, शाहदेव कहलनि। उच्च न्यायालय द्वारा कोनो निर्णय घोषित करबासँ पहिने अध्यक्षक हस्तक्षेप उच्च न्यायालयक प्रत्यक्ष अवमानना अछि।

ओ कहलैनि, एक दिस अध्यक्ष जनसांख्यिकी बदलबासँ मना कऽ रहल छथि, यद्यपि देशक आधिकारिक जनगणनाक आंकड़ासँ पता चलैत अछि जे १९५१ सँ २०११ क बीच संताल क्षेत्रमे आदिवासीसभक जनसंख्यामे १६ प्रतिशतक कमी आयल आ मुसलमानक जनसंख्यामे १३ प्रतिशतक वृद्धि भेल। ई घुसपैठक सीधा मामला अछि।

१९५१ सँ २०११ धरि ६० सालक कार्यकालमे कांग्रेस ८५ प्रतिशत समय केन्द्रमे सत्तामे छल। तेँ एहि घुसपैठक लेल तत्कालीन कांग्रेस सरकार प्रत्यक्ष रूपसँ जिम्मेदार अछि। प्रतुल कहलनि जे २ जून २०२३ केँ सभ जिलाक उपायुक्तकेँ पत्र लिखि विशेष शाखा स्पष्ट रूपसँ कहलक जे घुसपैठियासभकेँ संतालक मदरसमे राखल जाइत अछि आ ओकर आधिकारिक दस्तावेज तैयार कयल जाइत अछि। प्रतुल जानय चाहैत छलाह जे की अध्यक्ष राज्य सरकारक विशेष शाखासँ सहमत नहि छथि?

प्रतुल कहलनि जे अध्यक्षक पद संवैधानिक पद अछि आ एकरा राजनीतिसँ ऊपर मानल जाइत अछि। मुदा एतय अध्यक्ष कोनो राजनीतिक दलक प्रवक्ता जकाँ बयान दऽ रहल छथि आ विचाराधीन मामिलापर टिप्पणी सेहो कऽ रहल छथि जे पूर्णतः अनुचित अछि। अध्यक्षकेँ अपन संवैधानिक कुर्सीक गरिमाक ध्यान रखबाक चाही।

शाहदेव कहलनि जे असमक मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमाक दौरा पर अध्यक्षक टिप्पणी समझ सँ बाहर आ आपत्तिजनक अछि। प्रतुल कहलनि जे असमक मुख्यमंत्री झारखण्डक चुनाव सह-प्रभारीक रूपमे झारखण्डक दौरा कऽ रहल छथि।

पहिने झारखंड मुक्ति मोर्चा असमक मुख्यमंत्रीक यात्रासँ डरैत छल। झामुमोक नेता लोकनि सेहो एहि यात्राक खर्च पर आवाज उठौने छलाह। आब अध्यक्ष सेहो वैह भाषा बजैत देखल जा रहल छथि जे संवैधानिक परम्पराक विरुद्ध अछि।

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