दिल्ली – रांची (झारखण्ड) भाजपा द्वारा लगातार झारखण्ड मुक्ति मोर्चा मे सेंध लगबैक प्रयसा अंततः सफल भेल। हेमंत सोरेन आओर सीता सोरेन केँ बीच अनवरत पारिवारिक कलह केँ चर्चा विगत कई वर्ष सँ आबि रहल छल। सीता सोरेन केँ पति स्व. दुर्गा सोरेन झारखण्ड मुक्ति मोर्चा केँ क्षेत्रीय पार्टी बनबै मे अपन महत्वपूर्ण योगदान देने छथि। हुनक मृत्यु केँ बाद सीता सोरेन अपन अधिकार केँ ल’ सोरेन परिवार संग लगातार विरोध प्रस्तुत करैत आबि रहल छलि। अवस्था अयला पर स्व. सोरेन केँ दुनू बेटी राजश्री आओर जयश्री हेमंत सोरेन केँ विरोध मे सेहो आयल छथि। दुनू बेटी केँ द्वारा दुर्गा सोरेन सेना गठन क’ राजनीति महत्वकांक्षा केँ सेहो प्रस्तुत कैल गेल अछि। वर्तमान घटना क्रम मे जाहि दिन ED केँ द्वारा हेमंत सोरेन केँ गिरफ्तारी भेल तखन हेमंत सोरेन केँ पत्नी कल्पना सोरेन केँ झारखण्डक कप्तानी सुपुर्द करबाक बात भेल। ओहि समय सीता सोरेन कहलनि जे सोरेन परिवार पैघ पुतौहु हेबाक कारण सँ मुख्यमंत्री पद पर पहिल अधिकार हुनक छनि। पारिवारिक कलह सँ कात भ’ झारखण्ड मुक्ति मोर्चा संग समर्थित दल चम्पई सोरेन केँ नाम पर मुख्यमंत्री पद हेतु मोहर लगौलनि। ओहि समय सीता सोरेन सेहो विश्वास मत पर सरकार केँ पक्ष मे मतदान क’ सरकार बनय मे सहयोग कयलनि ।
आब आगा की ?
सीता सोरेन केँ कमल केँ दामन थामला सँ राजनीतिज्ञ विशेषज्ञ लोकनिक द्वारा दू टा सम्भवना व्यक्त कयल जा रहल अछि। पहिल प्रबल संभावना अछि जे झारखण्ड केँ दुमका सँ सुनील सोरेन केँ नामक वापिस क’ सीता सोरेन केँ टिकट भेटैन। जं शिबू सोरेन झारखण्ड मुक्ति मोर्चा सँ दुमका सीट हेतु उम्मीदवारी प्रस्तुत करता तखन राजमहल सँ ताला मरांडी केँ जगह पर सीता सोरेन भाजपा केँ तरफ प्रत्याशी बनि नामांकन करति। मीडिया सूत्रक मानी त’ एहि विषय पर चर्चा हेतु राजमहल सीट केँ प्रत्याशी ताला मरांडी केँ दिल्ली सँ बुलाहटा आयल छनि।
