नयी दिल्ली/ नरेन्द्र मोदीक नेतृत्वक केन्द्र सरकार वक्फ संशोधन बिल पास कराबै लेल आई बुधवार कऽ लोकसभामे पेश कएलक। विपक्षक भारी विरोधक मध्य संसदीय कार्य आ अल्पसंख्यक मामलाक मंत्री किरेन रिजिजू बिल पेश करैत कहलथि जे खुल्ला मन सँ पॉजिटिव नोटक संग ई विधेयक पेश कएल जा रहल अछि। ओ स्पष्ट रूपसँ कहलथि जे सरकार ककरो धार्मिक संस्था मे हस्तक्षेप करबाक हेतू नहि जा रहल अछि। बिल पर चर्चा लेल 8 घंटाक समय देल गेल अछि, जे बढाओल जा सकैत अछि।
वक्फ संशोधन बिल प्रस्तुत करैत रिजिजू कहला जे ई प्रमुखता सँ आब तक ककरो बिल पर लोकक याचिकासभ नहि आइल अछि। 284 डेलिगेशन अलग-अलग समिति के समाने अपन विचार रखलक। ओ कहला, 25 राज्यक वक्फ बोर्ड अपन पक्ष प्रस्तुत कएलन्हि। पॉलिसी बनाबेवाला, विद्वान सबहक सेहो अपन विचार समिति के सामने रखल गेल अछि। ई बिल सकारात्मक सोच संग विरोध करनिहार सेहो समर्थन करत। रिजिजू कहला, ई प्रस्ताव खुला मन सँ सकारात्मक नोट के संग प्रस्तुत क‘ रहल छी।
एहिसँ पहिने वक्फ संशोधन विधेयक प्रस्तुत करबाक विरोध करैत विपक्ष दावा कएलक जे केंद्र सरकार ई कानून केँ जबरन थोपि रहल अछि किएक त विधेयक केँ सदनक संज्ञान मे आनबी चाहित छल। विपक्षी सांसद सभ एकटा आरोप इहो लगैला कि संशोधन कऽ लेल समय नहि देल गेल। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल लोकसभा मे कहलथि जे ई विधायिका बुल्डोज जकां लागि रहल अछि। हुनका सदस्यमंडल केर संशोधन प्रस्तावक मुद्दा उठेलथि। एहिपर स्पीकर ओम बिरला कहलथि जे जतेक समय सरकारी संशोधन केँ देल गेल अछि, ततेक समय गैर-सरकारी संशोधन केँ सेहो देल गेल अछि। दुनू मे कोनो अंतर नहि कएल गेल अछि।
आरएसपी सांसद एनके प्रेमचंद्रन पॉइंट ऑफ ऑर्डर उठबैत कहलथि जे हम ओरिजिनल बिल पर चर्चा करबाक नहि जा रहल छी। ई जेपीसी केर रिपोर्टक बाद नवा प्रावधान संग आबैत बिल अछि। ई तकनीकी विषय अछि। रूल 81 के निलंबित किए बिना एहि पर चर्चा करबाक एहि सदन के अधिकार नहि अछि। नवा ड्राफ्ट में कतेको नवा प्रावधान छै। मंत्री प्रस्ताव पेश कए सकैत छथि, जेपीसी केर संस्तुतिसभ के समाहित करबाक प्रावधान कए सकैत छथि लेकिन जेपीसी के पास नवा प्रावधान जोड़बाक अधिकार नहि अछि।
बता दियैक जे वक्फ संशोधन विधेयक केँ पारित करएबाक लेल बीजेपी आ ओकर सहयोगी दल सभ एकजुट अछि जबकि इंडिया गठबंधन एकजुट भश् विरोध मे अछि। वक्फ बिल पेश होएब सँ पहिने सत्ता पक्ष आ विपक्ष सेहो अपन सांसद सभ संग महत्वपूर्ण बैठक कएलथि। लोकसभा में बिल पर चर्चा लेल 8 घंटा क समय निर्धारित कएल गेल अछि। बीजेपी केँ विधेयक पर चर्चा लेल 4 घंटा क समय देल गेल अछि। ओहि ठाम एनडीए केँ कुल 4 घंटा 40 मिनटक समय देल गेल अछि। बिल पर चर्चा लेल कुल 8 घंटा आवंटित कएल गेल अछि।