संसद सत्र (महामहिम राष्ट्रपति केँ अभिभाषण) : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून वृहस्पति दिन क’ 18म लोकसभा केँ संयुक्त अधिवेशन केँ संबोधित केलनि ।राष्ट्रपति मुर्मू आइ 18म लोकसभा केँ नवनिर्वाचित सब सांसद लोकनि केँ बधाई देलथि। ओ पीएम मोदी क’ नेतृत्व मे भारतक आर्थिक विकास आ सुधार केँ प्रशंसा करैत सरकार केँ भविष्यक विजन पर प्रकाश देलनि ।
सदन केँ संबोधित करैत राष्ट्रपति मुर्मू कहलनि 1975 केँ आपातकाल असंवैधानिक छल आओर एकरा सँ देश भरि मे दहशत पसरि गेल छल ।
संविधान पर सीधा हमला केँ ई सबस पैघ आ कारी अध्याय छल।’
राष्ट्रपति कहलनि , “आपातकाल केँ दौरान पूरा देश अराजकता मँ डूबी गेल छल , लेकिन देश एहनो असंवैधानिक शक्ति केँ विरुद्ध विजयी भ’ क’ उभरल।”
ओ कहलनि जे, हमर लोकतंत्र केँ कलंकित करय केँ हर प्रयास केँ सब केँ निंदा करय पड़त, विभाजनकारी शक्ति लोकतंत्र केँ कमजोर करय आ देशक भीतर आ बाहर समाज मे खाई बनेबाक साजिश रचि रहल अछि।