नयी दिल्ली/ वक्फ संशोधन विधेयक केँ बुधदिन लोकसभा में चर्चा आ पारित करबाक लेल पेश कएल गेल। जैंपछि निचला सदन मे ई विधेयक पारित भ‘ जाइत अछि त‘ गुरुवार केर विधेयक राजयसभाक पटल पर प्रस्तुत कैल जायत। एहि संबंध में ऑल दंडिया मुस्लिम प्रर्सनल लॉ बोर्डक नेता कहलनि कि जँ संसद सँ ई कानून पास भ‘ गेल त‘ वक्फ विधेयक केँ अदालत में चुनौती देल जायत।
भारत मे मुसलमान सभक प्रतिनिधित्व करै वला प्रमुख संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) बुधक दिन कहलक जे यदि वक्फ संशोधन विधेयक संसद सँ पास भ‘ जाइत अछि तँ ओइके न्यायालय मे चुनौती देल जायत। बोर्ड एकरा काला कानून करार देलक आ समुदायक अधिकारसभके खतरा मे डालय बला बतौलनि।
वक्फ संशोधन विधेयक पेश होय सँ पहिले एआईएमपीएलबी केर प्रवक्ता डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास कहलनि, जँ ई विधेयक संसद मे पारित भ‘ जाइत अछि, त‘ हम एकरा खिलाफ देशव्यापी आंदोलन शुरू करब। हम चुप नै बैसब। हम अपनासभक संग उपलब्ध समस्त कानूनी आ संवैधानिक प्रावधान सभक उपयोग करब। जखन धरि प्रस्तावित संशोधन वापस नहि लेल जाइत अछि, हम शांतिपूर्ण आंदोलन चलाएब।
एआईएमपीएलबी केर प्रवक्ता डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास कहलनि, ई विधेयक भेदभावपूर्ण आ सांप्रदायिक रूप सँ प्रेरित अछि। ओ कहलनि जे दुखक बात अछि जे विपक्षी सदस्य द्वारा उठाओल गेल बिंदु परो जेपीसी विचार नहि कएलन्हि। वक्फ संशोधन विधेयक पर लखनऊ ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली कहलथिन,…जँ ई लोकसभा में पारित भश् जाइत अछि, तश् राज्यसभा केर दरवाजे खुलल अछि आ जँ ई राज्यसभा सँ पारित भश् जाइत अछि, तश् हमरे लेल सुप्रीम कोर्ट केर दरवाजे खुलल अछि।
एआईएमपीएलबीक सदस्य मोहम्मद अदीब एकटा संवाददाता सम्मेलनमे विधेयकक आलोचना करैत दावा कयलनि जे ई मुस्लिम समुदायक सम्पत्ति जब्त करबाक प्रयास छल। अदीब कहलनि जे एकर जाँच लेल गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) मे विचार-विमर्शक दौरान एहि विधेयकक विरोध कयल गेल छल। ष्ई नहि मानल जेबाक चाही जे हम लड़ाई हारि गेल छी। हम अभी-अभी शुरू केने छी। ई देशकेँ बचयबाक लड़ाई अछि किएक तँ प्रस्तावित कानून भारतक मूल संरचनाकेँ खतरामे राखि दैत अछि। ’’
अदीब सर्व जागरूक नागरिकसँ विधेयक कऽ विरोध करबाक आग्रह कएलनि आ एआईएमपीएलबी केर ई प्रस्तावित कानूनक कानूनी रूपमा आ सार्वजनिक प्रदर्शनों के द्वारा विरोध करबाक प्रतिबद्धता केर पुष्टि कएलनि। ओ कहलनि, ‘‘हम अदालत जएब। जब तक ई कानून वापस नहि लिअल जायत, हम चुपचाप नहि बैसब।’’एआईएमपीएलबी केर प्रवक्ता मोहम्मद अली मोहसिन कहलनि, ‘‘हम एहि लड़ाई किएक शुरू कएल अछि कारण हम देश कऽ बचाबऽ चाहैत छी। हमरा सभक उद्देश्य ई काला कानून कऽ समाप्त करब अछि।’’ बोर्डक सदस्य सभ किसानक आंदोलन सँ तुलना करैत देशव्यापी विरोध प्रदर्शन केर संकेत देलक। मोहसिन कहलनि, ‘‘हम किसान सभक जेकाँ सम्पूर्ण देश मे कार्यक्रम आयोजित करब। अगर आवश्यक भऽ गेल तऽ हम सडक सभ केँ जाम करब आ बिलक विरोध करबाक लेल सभ शान्तिपूर्ण कदम उठाएब।’’
वक्फ (संशोधन) विधेयकक उद्देश्य भारत मे वक्फ संपत्तिक नियंत्रण करए वला 1995 केर अधिनियम मे संशोधन करब अछि। केंद्रक कहब अछि जे संशोधनक उद्देश्य देश मे वक्फ संपत्तिक प्रबंधन मे सुधार करब अछि। ई विधेयक गत वर्ष अगस्त मे लोकसभामे प्रस्तावित कएल गेल छल, जेकर बाद एकरा संयुक्त संसदीय समिति के पास पठाओल गेल, जे एकर जाँच कएल आ एहि वर्ष फरवरी मे एकटा रिपोर्ट प्रस्तुत कएल।
विधेयक मे विवादास्पद बदलाव सभ मे केंद्रीय वक्फ परिषद आ वक्फ बोर्ड सभ मे गैर-मुसलमान सदस्यक लेल प्रावधान शामिल अछि। संगहि, वक्फ रूप मे पहचौनल जाएवाला कोनो सरकारी संपत्तिक वक्फ नहि रहत आ जिला कलेक्टर ओकर स्वामित्व केँ निर्धारित करत। कांग्रेस समेत्त विपक्षी दल सभ एहि विधेयक केर विरोध करैत कहलनि जे विधेयक केर समिक्षाक लेल गठित समिति विपक्षी सांसद सभ द्वारा देल गेल सुझाव पर विचार नहि केलनि। हुनका लोकनि केन्द्र पर विधेयक केँ जल्दी पारित करबाक आरोप सेहो लगौने छथि।