लहरि रूम (रांची ) : दिनांक 26 जुलाई 2024 को साँझ मे रांची जिला के मोराबादी क्षेत्र मे स्थित ऑड्रे हाउस के सभागार मे विश्वम्भर फाउंडेशन रांची आ संगीत फाउंडेशन, नोएडा के तत्वावधान मे साहित्य सम्मान समारोह सह गजल संध्या कार्यक्रम क’ आयोजन कयल गेल | कार्यक्रम के शुभ शुरुआत कवि कोकिल महाकवि विद्यापति द्वारा रचित गोसोऊनी गीत जय जय भैरवी असुर भयावनी सँ भेल । अहि आयोजन मे मुख्य अतिथि झारखंड विधान सभा के अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो, अतिथि विशेष के रूप मे झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर, भाजपा संगठन महासचिव कर्मवीर सिंह, रांची के विधायक सीपी सिंह, पूर्व उप मेयर संजीव विजयवर्गीय, राजनीतिक सलाहकार अयोध्यानाथ मिश्र, प्रो नरेन्द्र झा, दूरदर्शन के पूर्व निदेशक प्रमोद कुमार झा, सीसीएल के निदेशक हर्ष नारायण मिश्र, झारखण्ड मैथिली मंच के अध्यक्ष विनय कुमार झा, बाबू लाल झा, अमर नाथ झा, विश्व हिन्दू परिषद् के नेता गंगा प्रसाद यादव, साहित्यकार सियाराम झा सरस , मंच संचालक डॉ कृष्ण मोहन झा आ दूर्दशन उद्घोषिका सरोज झा, फॉउंडेशन ट्रस्टी नवीन कुमार झा आ राजेश संग के संग अनेको गणमान्य लोग उपस्थित छला | मुख्य अतिथि आ अतिथि विशेष लोकनि के मिथिला संस्कृति सम्मान पाग आ दोपटा पहिरा क’ स्वागत कयल गेल । समस्त गणमान्य लोकनिक उपस्थिति मे विश्वम्भर मैथिली साहित्य सम्मान – 2024 लेल चयनित डॉ. उदय नारायण सिंह ‘नचिकेता’ जी केँ मुख्य अतिथि द्वारा विश्वम्भर मैथिली सम्मान – 2024 सँ सम्मानित कयल गेल। सम्मान के रूप में मिथिला संस्कृति सम्मान पाग, दुपट्टा, विश्वम्भर फाउंडेशन के चांदी के बनाओल गेल प्रतीक चिन्ह आ एक लाख एगारह हजार के नगद राशि डॉ. उदय नारायण सिंह ‘नचिकेता’ जी के देल गेल।

पिछला सात साल स ई सम्मान विश्वम्भर फाउंडेशन, राँची द्वारा मैथिली साहित्य के क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ साहित्यकार के चयन समिति के माध्यम सँ चयन क देल जाइत अछि | एहि बेरक सातम विश्वम्भर मैथिली साहित्य सम्मान फाउंडेशन द्वारा उदय नारायण सिंह ‘नचिकेता’ जी केँ देल गेलनि अछि । वर्ष 2018 सँ मैथिली भाषा के क्षेत्र में हुनकर काज, शोध आ लेखन के देखैत मैथिली साहित्य के क्षेत्र के साहित्यकार सब के फाउंडेशन, राँची द्वारा विश्वम्भर मैथिली साहित्य सम्मान देल जा रहल अछि | ई पुरस्कार पूरा भारत के लेल एकटा विशेष पुरस्कार के रूप मे जानल जायत छैक । एखन धरि ई पुरस्कार फाउंडेशन द्वारा मैथिली साहित्य के क्षेत्र में स्वर्गीय लिली रे, स्वर्गीय पंडित गोविंद झा, स्वर्गीय कीर्तिनारायण मिश्र, डॉ. प्रो.भीम नाथ झा, शिवशंकर श्रीनिवास आ डॉ. सुभाष चंद्र यादव के देल गेल अछि |